तेरी ख़ुशबू में मैं…प्यार ब्रेकअप और फिर मिलन: मधु और अंकुर का रिश्ता अब उस मोड़ पर था, जहाँ प्यार सिर्फ़ रोमांस नहीं, बल्कि एक-दूसरे की ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका था। मधु का बर्थडे और उस जादुई रात ने उनके रिश्ते को पहले से कहीऔर गहरा कर दिया था। Parfum की खुशबू और Lipcolor की चमक अब मधु की रोज़ की ज़िंदगी का हिस्सा बन गई थी, अब वो अंकुर के प्यार में पूरी तरह से डूब गई थी।
अंकुर की हर बात, उसका हल्का-सा छेड़ना, और उसकी आँखों में मधु के लिए प्यार—सब कुछ परफेक्ट लगने लगा था, जैसा की प्यार में अक्सर होता हैं। लेकिन वो कहते है ना ज़िंदगी इतनी आसान कहाँ होती है? एक ट्विस्ट ने उनकी इस खूबसूरत कहानी को पूरी तरह से हिला कर रख दिया।
ट्विस्ट: मधु का एक्स बॉयफ्रेंड, राघव।
एक दिन की बात है ऑफिस में मधु और अंकुर कैंटीन में बैठे हँसते-बतियाते रहे थे। तभी मधु का फोन बजा। स्क्रीन पर एक अनजान नंबर था, लेकिन उसने कॉल उठाया। दूसरी तरफ से आवाज़ सुनते ही मधु के चेहरे पर हवइया उड़ गई थी उसके चेहरे का रंगत पूरी तरह से उड़ गया था। वो राघव था, मधु का कॉलेज टाइम का बॉयफ्रेंड, जिसके साथ उसका रिश्ता दो साल पहले ही खत्म हो चुका था।
राघव इस समय दिल्ली आया हुआ था, अंधु से ब्रेकअप के बाद वो विदेश चला गया था, और वो अब मधु से मिलना चाहता था। इसलिए वो मधु के पास फोन किया था। मधु ने हल्के से बात को टालते हुए फोन रख दिया, लेकिन अंकुर ने उसकी बेचैनी भाँप लिया था।
“कौन था?” अंकुर ने पूछा, उसकी आवाज़ में हल्का-सा शक था।
“कोई नहीं, बस एक पुराना दोस्त,” मधु ने हँसकर बात टाल दी। लेकिन अंकुर का मन खटक गया था।
कुछ दिन बाद राघव ने फिर मधु को मैसेज किया और ऑफिस के बाहर मिलने की ज़िद की। मधु, जो नहीं चाहती थी कि कोई पुरानी बात अंकुर के साथ उसके रिश्ते में खलल डाले, ने सोचा कि एक बार मिलकर राघव को साफ कर देगी कि अब उसकी ज़िंदगी में अंकुर है। उसने अंकुर को बिना बताए राघव से मिलने का फैसला किया।
मुलाकात और गलतफहमी
मधु और राघव एक कैफे में मिले। राघव वही पुराना चार्म लिए था—हैंडसम, कॉन्फिडेंट, और थोड़ा सा फ्लर्टी। उसने मधु से पुरानी बातें शुरू कीं, कॉलेज की यादें ताज़ा कीं। मधु ने साफ कहा, “राघव, मैं अब अंकुर के साथ खुश हूँ। प्लीज़, अब कोई कॉन्टैक्ट मत करना।” लेकिन राघव ने हँसते हुए कहा, “मधु, तू अभी भी वही है। एक बार मेरे साथ फिर से ट्राई करके तो देख, अंकुर से क्या मिलेगा?” मधु इतना सुनते ही गुस्से में उठकर चली गई। क्योकि उसे जो कहना था वो मिलकर अपनी बात कह दी।
बदकिस्मती से, उसी कैफे के बाहर अंकुर अपने दोस्त के साथ था। उसने मधु को राघव के साथ देख लिया। मधु की हँसी, राघव का करीब बैठना—अंकुर के दिमाग में गलतफहमी का तूफान उठ गया। उसने मधु को कॉल किया, लेकिन मधु ने फोन नहीं उठाया, क्योंकि वो उस समय काफी गुस्से में थी।

लड़ाई और ब्रेकअप
उस रात अंकुर मधु के फ्लैट पर पहुँचा। दरवाजा खुलते ही उसने गुस्से में पूछा, “कौन था वो? और तू मुझसे छुपाकर क्यों मिल रही थी?” मधु ने समझाने की कोशिश की, “अंकुर, वो मेरा एक्स था, मैंने उसे साफ मना कर दिया। तू मुझ पर शक कर रहा है?” लेकिन अंकुर का गुस्सा कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था। “तूने मुझे बताया क्यों नहीं? अगर तेरा कुछ नहीं था, तो छुपाया क्यों?” बात बढ़ती गई, और दोनों की आवाज़ें ऊँची होने लगीं।
मधु ने साफ साफ़ बताई की वो राघव से क्यों मिलने गई थी लेकिन अंकुर का कहना था की ये बात तुम ने मुझे बताई क्यों नहीं, कही एक साथ तुम्हारा दो के साथ चक्कर चलाने का प्लान तो नहीं था। अंकुर काफी गुस्से में था और अब वो कुछ भी बोले जा रहा था।
मधु को उसकी बातो का विस्वास ही नहीं हो रहा था की आखिर अंकुर ऐसे कैसे बोल सकता हैं।
मधु ने गुस्से में कहा, “अगर तुझे मुझ पर भरोसा ही नहीं, तो ये रिश्ता किस काम का?” अंकुर ने जवाब दिया, “ठीक है, अगर तुझे मेरी ज़रूरत नहीं, तो मैं जा रहा हूँ। वैसे भी तुझे तो अब तुम्हारा पहला वाला मिल गया तो मेरी क्या जरूरत ” उस रात अंकुर मधु के फ्लैट से चला गया, कुछ देर बाद मधु ने अंकुर को फोन लगाई तो वो फोन नहीं उठाया।
अगले सुबह मधु ऑफिस रविवार का दिन था तो मधु ऑफिस नहीं गई, उसने अंकुर को कई बार फोन लगाई लेकिन वो उठा ही नहीं रहा था, व्हाट्सप्प पर भी मेसेज की लेकिन वो सीन नहीं कर रहा था, अब मधु भी पूरी तरह से गुस्से में आ गई अंकुर के इस हरकत से और उसने अंकुर को हर जगह से ब्लॉक कर दी।
तन्हाई के दिन।
अगले कुछ हफ्ते दोनों के लिए काले बादल जैसे थे। ऑफिस में दोनों एक-दूसरे से नज़रें चुराते। मधु की हँसी अब चेहरे से पूरी तरह गायब थी, और अंकुर की आँखों की चमक कहीं खो गई थी। मधु हर रात उस Skinn परफ्यूम की बोतल को देखती, जिसे अंकुर ने उसे गिफ्ट किया था। उसकी खुशबू उसे अंकुर की याद दिलाती, और वो चुपके से रो पड़ती। अंकुर भी मधु की एक पुरानी सेल्फी को देखकर घंटों उदास बैठा रहता।
ऑफिस के दोस्तों ने दोनों को समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन अब दोनों का अहम आड़े आ रहा था। मधु को लगता था कि अंकुर ने उस पर बेवजह शक किया, और अंकुर को लगता था कि मधु ने उसे धोखा दिया। राघव ने इस बीच फिर से मधु को मैसेज करने की कोशिश की, लेकिन मधु ने उसे ब्लॉक कर दिया। उसका दिल अब भी अंकुर के लिए धड़कता था। और वो अंकुर को दिलो जान से चाहती थी।
क्या ये अंत था?
एक दिन ऑफिस की छत पर मधु अकेली बैठी थी। उसने वो Skinn परफ्यूम लगाया हुआ था, और हवा में उसकी खुशबू फैल रही थी। तभी अंकुर वहाँ आया। दोनों की नज़रें आपस में मिलीं, लेकिन कोई बातचीत नहीं हुई। मधु भी तुनक कर मुँह दूसरे तरफ घुमा ली। कुछ देर बाद अंकुर धीरे से मधु के पास पहुँचता है और अंकुर ने धीमे से कहा, “ये खुशबू… मुझे तेरी याद दिलाती है।” मधु की आँखें भर आईं। उसने कहा, “अंकुर, मैंने कुछ नहीं छुपाया। मैं सिर्फ़ तुझसे प्यार करती हूँ।”
अंकुर ने तपाक से मधु के मुँह पर हाथ रखता है और कहता है अब बस कुछ नहीं
अंकुर ने एक गहरी साँस ली और कहा, “मुझे गलतफहमी हुई, यार मधु मुझे माफ़ कर दे प्लीज। मैंने तुझे खोकर जाना कि तू मेरी ज़िंदगी है।” दोनों के बीच की खामोशी टूटी, और वो एक-दूसरे की बाहों में समा गए। और ब्लॉक किए नंबर अनब्लॉक हुए हो गए, और वो रात फिर से उनके प्यार की नई शुरुआत बनी।
उस दिन के बाद मधु और अंकुर ने फैसला किया कि अब वो एक-दूसरे पर भरोसा करेंगे, चाहे कुछ भी हो जाए। राघव की एंट्री ने उनके रिश्ते को तोड़ने की कोशिश जरूर की, लेकिन उनके प्यार ने हर गलतफहमी को हरा दिया। अब उनका प्यार पहले से कही और ज्यादा मजबूत हो गया, क्योंकि अब वो जानते थे कि प्यार में विश्वास ही सबसे बड़ी ताकत है। बिना विस्वास के कोई भी रिश्ता एक पल भी नहीं टिक सकता हैं।
समाप्त
कहानी का पहला भाग पढ़े:
Beautiful love story 💕💕💕
A nice romantic story