Rajsthan News: अपराध की दुनिया में बदमाश कितने भी शातिर क्यों न हों आखिर पुलिस की पैनी नजर से बचना आसान नहीं है। ऐसा ही एक मामला जोधपुर के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र से सामने आया है जहां एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश ने पुलिस को चकमा देने के लिए महिला का रूप धारण कर लिया साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट और मंगलसूत्र पहनकर ये बदमाश अपने ही घर में छुपा बैठा हुआ था.
लेकिन पुलिस ने जाल बिछाकर आखिर उसे धर दबोचा लिया। अब इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है जिसमें पुलिसकर्मी इस ‘महिला’ बने बदमाश को पकड़ते नजर आ रहे हैं। आइए, जानते हैं इस पूरे मामले की सच्चाई और कैसे पुलिस ने इस शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया।
कौन है ये हिस्ट्रीशीटर?
पकड़ा गया बदमाश कोई और नहीं बल्कि जोधपुर का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर दयाशंकर उर्फ बिट्टू है। 35 साल का दयाशंकर इलाके में अपनी गुंडागर्दी के लिए फेमस है। इसके ऊपर मारपीट लूट और धमकी जैसे 13 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उसे हिस्ट्रीशीटर घोषित कर रखा था और पिछले चार महीनों से उसकी तलाश में जुटी हुई थी। लेकिन दयाशंकर भी कम नहीं था वो इतना तेज आदमी था कि उसने पुलिस को चकमा देने के लिए बेहद ही कमाल का देशी जुगाड़ अपनाया। उसने पुरुषों के कपड़े छोड़कर साड़ी पहन ली और महिला बनकर अपने घर में ही छुप गया था।
महिला बनकर कैसे दे रहा था चकमा?
दयाशंकर ने न सिर्फ साड़ी और ब्लाउज पहना, बल्कि मंगलसूत्र और दूसरी ज्वेलरी भी पहन रखी थी। जब पुलिस उसके घर तलाशी के लिए पहुंचती तो वो पुलिस को इशारों में बता देता कि दयाशंकर घर पर नहीं है। उसका ये ड्रामा कई बार कामयाब भी हुआ। लेकिन पुलिस को शक होने लगा कि कुछ तो गड़बड़ है। आखिरकार मुखबिर की सूचना और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने दयाशंकर के घर पर फिर से छापा मारा। इस बार छोटे बालों वाली औरत को देखकर पुलिस को पक्का यकीन हो गया कि ये कोई और नहीं, बल्कि वही है।
पुलिस ने कैसे बिछाया जाल?
जोधपुर पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह और डीसीपी आलोक श्रीवास्तव के निर्देश पर सदर कोतवाली थाने के थानाधिकारी अनिल कुमार यादव ने एक खास टीम बनाई। इस टीम ने कई दिनों तक दयाशंकर की हरकतों पर नजर रखी। सीसीटीवी फुटेज और गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी की। जब पुलिस ने उसे पकड़ा, तो दयाशंकर के पास छुपने का कोई रास्ता नहीं बचा। साड़ी और मंगलसूत्र में लिपटा ये बदमाश आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
क्या था पूरा मामला?
दरसल इस पूरी कहानी की शुरुआत 10 फरवरी 2025 को हुई जब जोधपुर के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र में प्रिंस चावला नाम के शख्स के साथ मारपीट का मामला सामने आया। प्रिंस ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि गजेंद्र सिंह उर्फ राण सिंह ने उसे अपने घर बुलाया था। वहां पुरानी रंजिश के चलते गजेंद्र, दयाशंकर उर्फ बिट्टू, हेमेंद्र उर्फ माइडा, हितेश उर्फ टेनिया और कुछ अन्य लोगों ने मिलकर उस पर हमला किया। हमलावरों ने कांच की बोतल और डंडों से प्रिंस को बुरी तरह घायल कर दिया और उसे गली में फेंककर फरार हो गए।
इस घटना के बाद 15 फरवरी को पुलिस ने मामला दर्ज किया। धारा 115(2), 126(2), 118(1), और 3(5) BNS के तहत केस दर्ज होने के बाद से ही दयाशंकर फरार था। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में थीं लेकिन वो बार-बार बच निकलता था।
पुलिस की सतर्कता और सूझबूझ
इस मामले में जोधपुर पुलिस की तारीफ करना तो बनता है। अगर पुलिस ने इतनी सतर्कता और सूझबूझ न दिखाई होती तो शायद ही दयाशंकर अभी भी आजाद घूम रहा होता। पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह ने कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। डीसीपी आलोक श्रीवास्तव ने भी इस ऑपरेशन की सफलता के लिए थानाधिकारी अनिल कुमार और उनकी टीम को बधाई दी।
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