Horror Hindi Story: जैसलमेर का रेगिस्तान, अपनी सुनहरी रेत और अनकही कहानियों के लिए मशहूर, उस रात एक अलग ही जादू बिखेर रहा था। सायना, 25 साल की एक ट्रैवल इन्फ्लूएंसर, अपने इंस्टाग्राम हैंडल “WanderWithSaina” के लिए कंटेंट क्रिएट करने आई थी। उसका चेहरा स्क्रीन पर हर वक्त चमकता था, लेकिन आज उसका दिल किसी अनजान तलाश में बेचैन था। यह कहानी उस रात की है, जब सायना की जिंदगी एक रहस्यमयी मुलाकात से बदल गई।
Horror Hindi Story: रेगिस्तान की सैर
सायना जैसलमेर के एक लग्जरी डेजर्ट कैंप में थी। रात के करीब नौ बजे थे, और कैंप में फोल्क म्यूजिक(राजस्थानी संगीत) की धुनें चारो तरफ गूंज रही थीं। रेत पर बिछे कालीन, रंग-बिरंगे टेंट, और तारों से भरा आसमान सब कुछ इंस्टाग्राम के लिए परफेक्ट था। लेकिन सायना को कुछ कमी सी महसूस हो रही थी। उसका मन कुछ यूनिक, कुछ अनोखा कैप्चर करने को मन बेताब हो रहा था। उसने अपनी ड्रोन कैमरा और गोप्रो किट उठाई, अपने दोस्तों को एक मैसेज किया “बस, थोड़ा घूमकर आती हूँ” और अकेली ही रेगिस्तान की ओर निकल पड़ी।
रेत के टीले पार करते हुए, हवा में एक अजीब-सी ठंडक थी। सायना ने अपने स्कार्फ को और कस लिया। तभी, दूर से उसे एक पुराना किला चमकता हुआ दिखाई दिया। उसकी दीवारें रेत में आधी दबी थीं, और खिड़कियों से नीली रोशनी की हल्की-सी चमक झांक रही थी। सायना का दिल जोर से धड़का। “ये तो परफेक्ट है,” उसने बुदबुदाया। उसने अपने फोन का लाइव सेशन शुरू किया और अपने फॉलोअर्स से कहा, “गाइज़, ये किला गूगल मैप्स पर भी शो नहीं हो रहा है। आओ चलो, देखते हैं इसमें क्या राज़ छुपा है!”
किले का दरवाजा जर्जर था, लेकिन खुला हुआ। सायना ने धीरे से कदम रखा। अंदर का माहौल भारी और ठंडा था। दीवारों पर पुरानी नक्काशी थी, और हवा में रेत की हल्की-सी गंध थी। उसने अपने फोन का फ्लैश ऑन किया और आसपास देखा। तभी, उसे दूर से एक गिटार की धीमी धुन सुनाई दिया। उसका दिल एक पल के लिए रुक सा गया। “यहाँ भला कोई कैसे हो सकता है?” उसने अपने लाइव ऑडियंस से कहा। कमेंट्स की बाढ़ आने लग गई—”भाग जाओ, सायना!” से लेकर “कूल, भूतों की पार्टी!” तक।

फिर होता है कबीर का आगमन
सायना ने किसी तरह हिम्मत जुटाई और धुन की दिशा में बढ़ने लगी। किले का एक बड़ा हॉल था, जहां रेत फर्श पर बिखरी थी। वहां, एक शख्स बैठा था। लंबा, सांवला, और उसकी आंखों में एक गहरी चमक। उसने काला लेदर जैकेट और जींस पहनी थी, जो इस पुराने किले के माहौल से बिल्कुल उलट थी। वह गिटार बजा रहा था, और उसकी उंगलियां तारों पर ऐसे नाच रही थीं जैसे कोई कहानी सुना रही हों।
सायना ने हल्के से कहा, “हाय… तुम यहाँ क्या कर रहे हो?”
उस शख्स ने गिटार रखा और उसकी ओर देखा। उसकी मुस्कान में एक रहस्य था, जो सायना को बेचैन कर गया। “मैं? बस, अपनी धुन में खोया हूँ। और तुम, सायना, इतनी रात को इस किले में क्या ढूंढ रही हो?”
सायना एकदम से चौंक गई। “तुम्हें मेरा नाम कैसे पता?” उसने अपने फोन को और टाइट पकड़ा, जैसे वो उसका सुरक्षा कवच हो।
“रेगिस्तान की हवाएं बहुत कुछ बता देती हैं,” उसने धीरे से कहा। वैसे मेरा “मेरा नाम कबीर है।”
कबीर की आवाज में एक मखमली गहराई थी। सायना का मन चाह रहा था कि वह भाग जाए, लेकिन उसकी आंखें उसे रोक रही थीं। उसने अपने लाइव सेशन को पॉज़ किया और फोन को जेब में रख लिया। “तुम… कोई म्यूजिशियन हो?” उसने पूछा।
कबीर ने हल्के से हंसा। “कह सकते हो। लेकिन मेरी धुनें सिर्फ उन लोगों के लिए हैं, जो सुनना जानते हैं। बैठो, सायना।”
एक अंजान आकर्षण
सायना धीरे से रेत पर बैठ गई। कबीर ने फिर से गिटार उठाया और एक धुन छेड़ी। उसका गीत पुराना था, लेकिन उसमें एक ताजगी भरी थी।
“रेत के इस समंदर में,
एक दिल की धड़कन रुकी है।
रात की चुपके से,
क्या तूने कभी सुनी है?”
सायना को लगा जैसे ये गीत सिर्फ उसके लिए लिखा गया हो। कबीर की आंखें उस पर टिकी थीं, और हर शब्द के साथ उसका दिल तेज़ धड़क रहा था। उसने पूछा, “तुम इतनी रात को यहाँ अकेले क्यों?” और क्या कर रहे हो?
कबीर ने गिटार एक तरफ रखा और उसकी ओर झुका। “क्योंकि रात ही वो वक्त है, जब सच्चाई अपनी परछाई दिखाती है। तुम यहाँ क्यों आई, सायना? सिर्फ एक रील के लिए? या कुछ और ढूंढ रही हो?”
सायना को उसका सवाल अखर गया, लेकिन उसमें सच्चाई थी। उसकी जिंदगी हमेशा परफेक्ट फ्रेम्स और लाइक्स के पीछे भागती रही थी। लेकिन यहाँ, इस किले में, उसे पहली बार लगा कि वह कुछ असली महसूस कर रही थी। उसने हल्के से कहा, “शायद… कुछ नया।”
कबीर की मुस्कान और गहरी होती चली गई। उसने धीरे से सायना का हाथ पकड़ा। उसका स्पर्श काफी ठंडा था, लेकिन उसमें एक अजीब-सी गर्माहट थी। सायना का चेहरा लाल हो गया। वह चाहती थी कि ये पल रुक जाए, लेकिन तभी किले की दीवारों से एक फुसफुसाहट की आवाज आई। सायना ने घबरा कर हाथ छुड़ा लिया। “ये… ये क्या था?”
कबीर का चेहरा गंभीर हो गया। “ये किला जिंदा है, सायना। इसमें वो कहानियां बसती हैं, जो कभी खत्म नहीं होतीं।”

रहस्य का गहराना
कबीर ने सायना को किले की एक पुरानी गैलरी में ले गया। वहां दीवारों पर फीकी पड़ी तस्वीरें थीं। सायना ने गौर किया—एक तस्वीर में एक शख्स था, जो कबीर से हूबहू मिलता था। उसने कांपते स्वर में पूछा, “ये… तुम हो?”
कबीर ने जवाब नहीं दिया। उसने सायना को एक पुराने दर्पण के सामने खड़ा किया। दर्पण में सायना की परछाई साफ दिख रही थी, लेकिन कबीर की नहीं। सायना का दिल ज़ोर से धड़का। “तुम… तुम इंसान नहीं हो, है ना?”
कबीर ने उसकी ओर देखा, और उसकी आंखें नीली चमक रही थीं। “मैं एक कहानी हूँ, सायना। सौ साल पहले, मैं इस किले का मालिक था। मेरा प्यार, मीरां, इस रेगिस्तान में खो गई। मैं उसे हर उस चेहरे में ढूंढता हूँ, जो यहाँ आता है।”
सायना का मन डर और आकर्षण के बीच झूल रहा था। कबीर ने धीरे से उसके गाल पर उंगलियां फेरीं। उसका स्पर्श सायना को एक सिहरन दे गया। “तुम मीरां से मिलती हो,” उसने कहा। “लेकिन तुममें वो आग है, जो उसे कभी नहीं थी।”
तभी, किले में एक ठंडी हवा का झोंका आया, और दर्पण में दरार पड़ गई। सायना ने चीख मारकर पीछे देखा—कबीर गायब था। उसका फोन अब भी रिकॉर्डिंग मोड में था। उसने कांपते हाथों से वीडियो चेक किया—उसमें सिर्फ वह अकेली थी।
जब सच्चाई से होता हैं सामना
सायना का दिल जोर-जोर से धड़क रहा था। तभी, उसे तहखाने की ओर से एक औरत की सिसकियां सुनाई दीं। वह डरते-डरते तहखाने की सीढ़ियां उतरी। वहां, एक नीली रोशनी में एक परछाई थी। “मीरां?” सायना ने धीरे से पुकारा।
परछाई ने सायना की ओर देखा। “मुझे छोड़ दो,” उसने कहा। “मैं कबीर को आजाद करना चाहती हूँ।”
सायना ने तहखाने में एक पुराना ताबीज देखा, जो रेत में दबा था। उसने उसे उठाया और मीरां की परछाई की ओर बढ़ाया। तभी, कबीर फिर से प्रकट हुआ। उसने सायना की ओर देखा और कहा, “तुमने मुझे पाया, सायना। और अब, हमें आजादी मिलेगी।”
ताबीज के टूटते ही एक चमक फैली, और कबीर और मीरां की परछाइयां गायब हो गईं। किला अब एकदम शांत हो गया। सायना ने एक गहरी सांस ली और बाहर निकली। बहार उसने देखा की सूरज उग रहा था, और रेगिस्तान सुनहरा चमक रहा था।
एक नया सवेरे के साथ सुकून।
सायना कैंप वापस लौटी। उसने अपनी रील्स अपलोड कीं, लेकिन कबीर की कहानी को अपने मन में रखा। उसकी पोस्ट वायरल हो गई, लेकिन कमेंट्स में लोग पूछ रहे थे, “वो गिटार की धुन कौन बजा रहा था?” सायना बस मुस्कुरा देती हैं।
समाप्त।
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Disclaimer: ये कहानी पाठकों के मनोरंजन के उद्देश्य से लिखा गया हैं, हम किसी भी तरह के तंत्र, मंत्र या अन्धविश्वास का बढ़ावा या समर्थन नहीं करते।
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Beautiful story 💕💕
अत्यंत रोचक कहानी है 💕💕